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मुफ़्त में कन्नड़ सीखें

हमारे भाषा पाठ्यक्रम ‘शुरुआती लोगों के लिए कन्नड़‘ के साथ तेजी से और आसानी से कन्नड़ सीखें।

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कन्नड़ सीखें - पहले शब्द
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कन्नड़ भाषा के बारे में क्या खास है?

कन्नड़ भाषा की विशेषता में सबसे पहली बात इसकी पुरानी धरोहर है। इसकी उत्पत्ति करीब 2000 वर्ष पूर्व हुई थी, जिसे द्रविड़ी भाषा समूह का हिस्सा माना जाता है। कन्नड़ व्याकरण अन्य भाषाओं से अनोखा है। इसमें वाक्य के अंत में क्रिया का होना, संज्ञा के विभक्ति प्रत्ययों का उपयोग, और समय के अनुसार क्रिया के रूप बदलने जैसी विशेषताएं होती हैं।

कन्नड़ भाषा में अनेक उच्चारण होते हैं, जो क्षेत्रीय और सामाजिक परिवेश पर निर्भर करते हैं। यह भाषा अपने उच्चारण की समृद्धता और विविधता के लिए जानी जाती है। कन्नड़ लिपि को ब्राह्मी लिपि से विकसित माना जाता है। यह लिपि विशेष रूप से अक्षरों के आकारों के आधार पर श्रेणीबद्ध होती है, जो इसे अद्वितीय बनाती है।

कन्नड़ भाषा में विभिन्न वर्णनात्मक और क्रियात्मक शब्द होते हैं। यह भाषा अपने भावनात्मक और छवियाँ उत्पन्न करने वाले शब्दों के लिए जानी जाती है। कन्नड़ भाषा में छंद और कविता की अद्वितीय परंपरा है। इसका उपयोग गीतों, कविताओं, और नाटकों में की जाती है, जो इस भाषा की साहित्यिक समृद्धि को दर्शाते हैं।

कन्नड़ भाषा की एक अन्य विशेषता है इसकी शब्दावली की विविधता। विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों, प्राणियों, और प्राकृतिक घटनाओं के लिए विशेष शब्द होते हैं। कन्नड़ भाषा का अद्वितीयता का एहसास कराने वाला तत्व यह है कि यह कर्नाटक राज्य की संस्कृति और इतिहास को जीवंत रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

यहां तक कि शुरुआती कन्नड़ व्यावहारिक वाक्यों के माध्यम से ’50 भाषाओं’ के साथ कुशलतापूर्वक कन्नड़ सीख सकते हैं। सबसे पहले आप भाषा की बुनियादी संरचनाओं को जानेंगे। नमूना संवाद आपको विदेशी भाषा में खुद को अभिव्यक्त करने में मदद करते हैं। पूर्व ज्ञान की आवश्यकता नहीं है।

यहां तक कि उन्नत शिक्षार्थी भी जो कुछ उन्होंने सीखा है उसे दोहरा सकते हैं और समेकित कर सकते हैं। आप सही और बार-बार बोले जाने वाले वाक्य सीखते हैं और आप उनका तुरंत उपयोग कर सकते हैं। आप रोजमर्रा की स्थितियों में संवाद करने में सक्षम होंगे। कन्नड़ के कुछ मिनट सीखने के लिए अपने लंच ब्रेक या यातायात में समय का उपयोग करें। आप चलते-फिरते और घर पर भी सीखते हैं।